केंद्रीय कर्मचारी भव्य बीमा संघ (ईपीएफओ) ने 2022-23 के लिए “सर्वश्रेष्ठ कर्मचारी” पुरस्कार के लिए पहली बार पुरस्कार शुरू किया है। इस पुरस्कार के तहत प्रत्येक पीएफ कार्यालय से उस वर्ष का सर्वश्रेष्ठ कर्मचारी चुना जाएगा। यह चयन कार्यालयिक मात्रा, वाहानिकी सेवाओं और योगदान के आधार पर किया जाएगा, जिससे कर्मचारी अपनी कार्यशीलता बढ़ा सकें और संगठन के उद्देश्यों को सफलतापूर्वक पूरा कर सकें। वर्ष 2023-24 के लिए यह पुरस्कार दयानंद झा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सहायक को प्रदान किया गया। उन्होंने 2022-23 में 14,673 दावों का निपटान कर अपनी उत्कृष्ट सेवाओं का प्रदर्शन किया। इससे पहले, वर्ष 2022-23 के लिए यह पुरस्कार मामणधवन को प्रदान किया गया था।
राष्ट्रीय आयुक्त श्री पीके मिश्रा ने वर्ष 2023-24 के आकड़ों का उल्लेख करते हुए कहा कि केंद्रीय सरकार, जालसाजी निरोधक ने इस अवसर पर उल्लेखनीय कार्य किया है। उन्होंने बताया कि नौकरी छोड़ने के मामलों में 147.69 करोड़ रुपये के 24,532 दावों का सफलतापूर्वक निपटान किया गया। इसी तरह, बीमारी के लिए अंशदायी राशि निकासी में 116.50 करोड़ रुपये के 82,435 दावों का निपटान किया गया। शादी के लिए 12.63 करोड़ रुपये के 1,791 दावों और उपचार शिकायतों में 4.53 करोड़ रुपये के 672 दावों का भी अंशदायी राशि निकासी के अंतर्गत निपटान किया गया। ये आकड़े सरकारी संस्थानों में डेटा और सम्पादन करने में सहायक हैं।
उन्होंने बताया कि सरकारी संस्थान, जालसाजी निरोधक लगभग 32,000 पासबन्धु को मजदूरी पास बनाता है। सम्पूर्ण मजदूरी पास बनाने में लगभग 66.15 करोड़ रुपये खर्च होता है। उन्होंने बताया कि अब पासबन्धु भी बक से अपनी पी.एफ. सीधे कर सकते हैं, जबसे पहले यह सुविधा बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक और एसबीआई तक ही सीमित थी।
