वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में पानी का फव्वारा या जलतत्व को सही स्थान पर रखना बहुत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि जल घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ाता है और सौभाग्य, समृद्धि और खुशहाली लाता है। यहां कुछ प्रमुख वास्तु टिप्स दिए गए हैं, जो घर में पानी के फव्वारे की स्थापना के लिए उपयोगी हो सकते हैं:
– उत्तर या पूर्व दिशा: पानी के फव्वारे को घर के उत्तर या पूर्व दिशा में रखना सर्वोत्तम माना जाता है। इन दिशाओं में पानी का स्थान रखने से घर में समृद्धि और खुशहाली आती है। ये दिशा वायव्य तत्व से संबंधित होती है, जो जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में मदद करती है।
– पानी का निरंतर बहाव: पानी के फव्वारे में हमेशा पानी का प्रवाह निरंतर और साफ होना चाहिए। रुकता हुआ या गंदा पानी नकारात्मक ऊर्जा का कारण बन सकता है। इसलिए, पानी का प्रवाह स्वच्छ और निरंतर होना चाहिए।
– सही आकार और डिज़ाइन: फव्वारे का आकार और डिज़ाइन भी वास्तु के अनुसार होना चाहिए। गोलाकार, अंडाकार या चौकोर आकार के फव्वारे अच्छे माने जाते हैं। इनसे घर में ऊर्जा का सही संतुलन बना रहता है।
– दूर रखें वॉशरूम और रसोई से: पानी का फव्वारा वॉशरूम और रसोई के पास न रखें, क्योंकि यह नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकता है। फव्वारे को इन क्षेत्रों से दूर और साफ जगह पर रखें।
– सुरक्षित स्थान: फव्वारे को ऐसे स्थान पर रखें जहां वह गिरने या टूटने की संभावना से मुक्त हो। घर के केंद्र में फव्वारा रखना शुभ नहीं माना जाता, क्योंकि यह केंद्र ऊर्जा का संतुलन बिगाड़ सकता है।
– सही देखभाल: फव्वारे की सफाई और देखभाल भी बहुत महत्वपूर्ण है। नियमित रूप से इसे साफ रखें और पानी का स्तर न घटने दें।
